सावधान: क्या आप भी हैं मोमोज के दीवाने? स्वाद के चक्कर में कहीं सेहत से तो नहीं कर रहे खिलवाड़?

सावधान: क्या आप भी हैं मोमोज के दीवाने? स्वाद के चक्कर में कहीं सेहत से तो नहीं कर रहे खिलवाड़?

नई दिल्ली। आज के दौर में युवाओं और बच्चों के बीच 'मोमोज' (Momos) की दीवानगी सिर चढ़कर बोल रही है। शाम होते ही गली-मोहल्लों में लगे मोमोज के स्टॉल्स पर भीड़ उमड़ पड़ती है। चाहे वेज हो या नॉनवेज, फ्राइड हो या स्टीम्ड—लोग इसे बड़े चाव से खाते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि स्वाद में लाजवाब लगने वाली ये डिश असल में आपकी सेहत के लिए 'स्लो पॉइजन' (Slow Poison) साबित हो सकती है?

हेल्थ एक्सपर्ट्स ने स्ट्रीट मोमोज के रोजाना सेवन को लेकर गंभीर चेतावनी जारी की है। आइए जानते हैं कि यह आपकी सेहत को कैसे नुकसान पहुंचा रहा है।

सेहत के लिए इन 5 कारणों से खतरनाक है 'मोमोज' :-
1. मैदे का 'चक्रव्यूह' (Digestion Issues): मोमोज की बाहरी परत मैदे (Refined Flour) से बनी होती है। मैदा आंतों में जाकर चिपक जाता है और आसानी से नहीं पचता। इसके लगातार सेवन से कब्ज, ब्लोटिंग (पेट फूलना) और अपच जैसी समस्याएं आम हो गई हैं। साथ ही, मैदे का अधिक सेवन ब्लड शुगर लेवल को भी तेजी से बढ़ाता है, जो डायबिटीज का कारण बन सकता है।

2. जानलेवा केमिकल 'अजीनोमोटो' (High Sodium & MSG): बाजार में मिलने वाले मोमोज का स्वाद बढ़ाने के लिए उसमें 'मोनोसोडियम ग्लूटामेट' (MSG) यानी अजीनोमोटो का इस्तेमाल किया जाता है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, MSG के ज्यादा सेवन से सिरदर्द, चक्कर आना, और नर्वस सिस्टम से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। इसके अलावा, इसके साथ परोसी जाने वाली सॉस में सोडियम की मात्रा बहुत अधिक होती है, जो हार्ट के लिए खतरनाक है।

3. तीखी लाल चटनी का कहर (Gastric Irritation): मोमोज के साथ मिलने वाली तीखी लाल चटनी (Red Chili Sauce) सबसे ज्यादा हानिकारक होती है। इसमें मिर्च और मसाले बहुत ज्यादा होते हैं। इसे रोज खाने से पेट में जलन, गैस्ट्रिक समस्या, और यहां तक कि पेट के अल्सर और बवासीर (Piles) जैसी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं।

4. साफ-सफाई और खराब तेल (Hygiene & Bad Oil): सड़क किनारे ठेलों पर साफ-सफाई का ध्यान नहीं रखा जाता। मोमोज को फ्राई करने के लिए दुकानदार अक्सर सस्ते और एक ही तेल को बार-बार (Re-heating) इस्तेमाल करते हैं। ऐसा तेल कार्सिनोजेनिक (कैंसर कारक) हो सकता है। इससे फूड पॉइजनिंग और डायरिया का खतरा बना रहता है।

5. बढ़ता वजन (Weight Gain): मोमोज में केवल 'एम्प्टी कैलोरीज' (Empty Calories) होती हैं, पोषण नहीं। मैदे और तेल का यह मिश्रण शरीर में फैट जमा करता है, जिससे मोटापा तेजी से बढ़ता है।

क्या है बचाव का तरीका? :
अगर आप मोमोज के शौकीन हैं और इसे छोड़ नहीं सकते, तो कुछ सावधानियां जरूर बरतें:
लिमिट तय करें: इसे रोज का नाश्ता न बनाएं। 10-15 दिन में एक बार सीमित मात्रा में सेवन करें।
फ्राइड नहीं, स्टीम्ड चुनें: फ्राइड मोमोज की तुलना में स्टीम्ड (उबले हुए) मोमोज कम नुकसानदायक होते हैं।
हेल्दी विकल्प: बाजार के मैदे वाले मोमोज की जगह घर पर गेहूं के आटे (Wheat) या मिलेट्स (Millets) से बने मोमोज खाएं।
स्टफिंग पर ध्यान दें: ऐसी जगह से खाएं जहां सब्जियों और पनीर की ताजी और अच्छी स्टफिंग का इस्तेमाल किया गया हो।

निष्कर्ष: स्वाद अपनी जगह है, लेकिन सेहत सबसे पहले है। अगली बार मोमोज की प्लेट उठाने से पहले इन खतरों के बारे में जरूर सोचें।