रायपुर (चैनल इंडिया)। विधानसभा का शीतकालीन सत्र पहली बार रविवार 14 दिसंबर से शुरू होने जा रहा है, लेकिन खास बात ये है कि इस सत्र के दौरान सदन में वंदेमातरम पर भी चर्चा होगी। इसके लिए विधानसभा का सत्र जो 17 तारीख को समाप्त हो रहा था, अब 18 दिसंबर के अवकाश के बाद 19 तारीख तक चलेगा, ऐसा बताया जा रहा है।
उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि विधानसभा के पूर्व निर्धारित कार्यक्रम में बदलाव ही वंदेमातरम पर चर्चा के लिए किया गया है। हाल के वर्षों में संभवतया यह पहला अवसर है जब शीतकालीन सत्र की अवधि एक दिन के लिए बढ़ाई गई है। खास बात ये है कि, शीतकालीन सत्र में एक दिन की अवधि बढ़ाकर एक दिन की विशेष बैठक वंदेमातरम पर रखी गई है। इससे पहले संसद में यह कार्यक्रम इसलिए किया गया था, क्योंकि वंदेमातरम की रचना के 150 साल पूरे हुए हैं। 1870 के दशक में लिखे गए इस गीत के 150 साल पूरे होने के अवसर पर सरकार ने इसे श्रद्धांजलि देने और इसके ऐतिहासिक महत्व पर प्रकाश डालने के लिए चर्चा का प्रस्ताव रखा।
पहले दिन बहिष्कार
सत्र से पहले कांग्रेस विधायक दल की बैठक राजीव भवन में हुई। इसमें विधानसभा सत्र को लेकर रणनीति बनाई गई। इस बैठक में सत्र के पहले दिन की कार्यवाही का कांग्रेस ने बहिष्कार करने का फैसला किया है। बैठक के बाद नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत ने बताया कि विपक्ष ने सत्र के पहले दिन की कार्यवाही का बहिष्कार करने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि विजन 2047 में छत्तीसगढ़ के लिए कुछ नहीं है। विजन के नाम पर हमें दूरबीन से दिखाया जा रहा है।