यूनेस्को ने दिवाली को अमूर्त सांस्कृतिक विरासत सूची में शामिल किया

यूनेस्को ने दिवाली को अमूर्त सांस्कृतिक विरासत सूची में शामिल किया

नई दिल्ली। यूनेस्को ने दिवाली को अपनी अमूर्त सांस्कृतिक विरासत (Intangible Cultural Heritage) सूची में औपचारिक तौर पर शामिल कर लिया है। इस निर्णय को वैश्विक स्तर पर भारतीय परंपराओं और सांस्कृतिक विविधता की महत्वपूर्ण मान्यता माना जा रहा है।

सूची में शामिल होने का अर्थ है कि दिवाली को मानवता की साझा सांस्कृतिक धरोहर के रूप में संरक्षित और प्रोत्साहित किया जाएगा। विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम भारतीय समुदायों की सांस्कृतिक पहचान और उनकी पारंपरिक प्रथाओं की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान को और मजबूत करेगा।

दिवाली—जिसे रोशनी का त्योहार कहा जाता है—भारत समेत दुनिया के कई देशों में करोड़ों लोग मनाते हैं। त्योहार अच्छाई की बुराई पर विजय, प्रकाश और उम्मीद का प्रतीक माना जाता है।।