उज्जैन के 5 चमत्कारी हनुमान मंदिर, दर्शन मात्र से संकट हो जाते है दूर, जानें मान्यता

उज्जैन के 5 चमत्कारी हनुमान मंदिर, दर्शन मात्र से संकट हो जाते है दूर, जानें मान्यता

नई दिल्ली। उज्जैन को बाबा महाकाल की नगरी के रूप में जाना जाता है और यहाँ हनुमान भक्तों के लिए अद्भुत आस्था के कई केंद्र मौजूद हैं। शहर में स्थित पाँच प्रमुख हनुमान मंदिर अपनी चमत्कारी मान्यताओं और विशिष्ट पहचान के कारण देशभर में प्रसिद्ध हैं। मंगलवार और शनिवार के दिन यहाँ विशाल संख्या में भक्त दर्शन के लिए पहुँचते हैं।

1. डाबा रोड पर स्थित चमत्कारी गेबी साहब हनुमान मंदिर की विशेषता है कि यहाँ हनुमान जी का श्रृंगार सिंदूर की जगह हिंगलू से किया जाता है। मान्यता है कि यहाँ दर्शन करने वालों पर बुरी नज़र का प्रभाव नहीं होता और भक्तों की मनोकामनाएँ पूरी होती हैं। कहा जाता है कि यहाँ आने वाला कोई भी श्रद्धालु खाली हाथ नहीं लौटता।

2. महाकाल वन में मौजूद बाल हनमान मंदिर भी अत्यंत प्राचीन है। यहाँ हनुमान जी का हर रोज अलग स्वरूप में विशेष श्रृंगार किया जाता है। बाल स्वरूप के कारण संध्या आरती के समय दूध और बेसन के लड्डू का भोग लगाया जाता है। अपने चमत्कारों के कारण यह मंदिर भक्तों के विशेष आकर्षण का केंद्र है।

3. शिप्रा नदी तट के पास पीपलीनाका क्षेत्र में स्थित गुमानदेव हनुमान मंदिर देश का पहला ऐसा मंदिर है, जहाँ सभी आठ चिरंजीवी एक साथ विराजमान हैं। यहाँ मंगलवार की आरती विशेष रूप से फलदायी मानी जाती है और कहा जाता है कि इस मंदिर के दर्शन से किसी भी प्रकार की नयी-पुरानी बाधाएँ और नकारात्मक शक्तियाँ तुरंत दूर हो जाती हैं।

4. उज्जैन का खड़े हनुमान मंदिर अपने आप में अद्वितीय है। यहाँ हनुमान जी ब्राह्मण स्वरूप में, दाढ़ी-मूंछ के साथ और जनेऊ धारण किए हुए खड़े दिखाई देते हैं। ऐसा स्वरूप पूरे विश्व में कहीं और नहीं मिलता। बच्चों को नज़र दोष से बचाने के लिए यहाँ विशेष तावीज़ बाँधा जाता है और रोज़ाना सैकड़ों लोग इस मान्यता के साथ पहुँचते हैं।

5. इसी तरह उज्जैन-बड़नगर रोड स्थित मोहनपुरा के पास बना एक और विशाल हनुमान मंदिर इस समय निर्माण कार्य और अपनी भव्यता के कारण बड़ी चर्चा में है। करोड़ों की लागत से विकसित होने वाला यह धार्मिक स्थल आने वाले समय में उज्जैन के प्रमुख आकर्षणों में शामिल होने वाला है, जहाँ भक्तों को भव्य और अनोखा दृश्य देखने को मिलेगा।

उज्जैन के ये मंदिर सिर्फ आस्था का केन्द्र नहीं, बल्कि शहर की सांस्कृतिक और धार्मिक पहचान भी हैं, जो भक्तों को हर दिन चमत्कार और विश्वास की नई अनुभूति देते हैं।