देश में पहली बार : नई दिल्ली में लगेगा सबसे विशाल, सबसे प्रभावशाली और सबसे प्रतिष्ठित “स्वदेशी मेला - 2026

देश में पहली बार : नई दिल्ली में लगेगा सबसे विशाल, सबसे प्रभावशाली और सबसे प्रतिष्ठित “स्वदेशी मेला - 2026

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत, वोकल फॉर लोकल और लोकल फॉर ग्लोबल अभियान को मिलेगा नया ऐतिहासिक आयाम

देश के सभी राज्यों के शीर्ष व्यापार एवं उद्योग नेताओं की संचालन बोर्ड की अहम बैठक - 4 दिसंबर को दिल्ली में

रायपुर। देश के सबसे बड़े व्यापारी संगठन कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय वाइस चेयरमैन एवं राष्ट्रीय व्यापारी कल्याण बोर्ड (भारत सरकार) के सदस्य अमर पारवानी, छत्तीसगढ़ इकाई के चेयरमेन जितेंद्र दोशी, विक्रम सिंहदेव, अध्यक्ष परमानंद जैन, महामंत्री सुरिन्दर सिंह, कोषाध्यक्ष अजय अग्रवाल, कार्यकारी अध्यक्ष राजेंद्र जग्गी, राम मंधान, वासु मखीजा, भरत जैन, राकेश ओचवानी, शंकर बजाज आदि ने संयुक्त रूप से बताया कि भारत के घरेलू व्यापार, स्टार्ट-अप इकोसिस्टम, लघु उद्योगों, कारीगरों, एमएसएमई और मेड इन इंडिया उत्पादों को एक साथ राष्ट्रीय मंच पर लाने के लिए कैट ने स्वदेशी जागरण मंच तथा देश के प्रमुख संगठनों के साथ मिलकर वर्ष 2026 के मई माह में नई दिल्ली के प्रगति मैदान में देश का अब तक का सबसे भव्य और सबसे बड़ा व्यापारिक आयोजन - “स्वदेशी मेला–2026” आयोजित करने का ऐतिहासिक निर्णय लिया है।

गत 25 नवंबर को नई दिल्ली में आयोजित कैट की राष्ट्रीय गवर्निंग काउंसिल की एक मीटिंग में केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कैट को स्वदेशी मेला लगाने का सुझाव दिया था।

अमर पारवानी ने बताया कि यह मेला न केवल भारत के व्यापार, उद्योग और कारीगरी की शक्ति को प्रदर्शित करेगा, बल्कि मेड इन इंडिया उत्पादों को वैश्विक पहचान दिलाने और भारतीय उद्यमशीलता को नए शिखर तक ले जाने का सबसे बड़ा मंच बनेगा। देशभर के उद्योगों, स्टार्ट-अप्स, महिला उद्यमियों, कारीगरों व छोटे निर्माताओं के लिए यह एक स्वर्णिम अवसर होगा कि वे अपने उत्पादों और नवाचारों को राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय बाजारों के सामने प्रस्तुत कर सकें।

राष्ट्रीय संचालन बोर्ड का गठन : 4 दिसंबर को होगी पहली बैठक
अमर पारवानी ने बताया कि इस ऐतिहासिक आयोजन के लिए देश के प्रतिष्ठित उद्योगपति डॉ. राम गोपाल गोयल की अध्यक्षता में एक राष्ट्रीय संचालन बोर्ड गठित किया गया है। इस बोर्ड में देश के सभी राज्यों के व्यापार एवं उद्योग जगत से जुड़े 65 अनुभवी और प्रभावशाली सदस्य शामिल हैं, जिनमें बड़ी संख्या में महिला एवं युवा उद्यमी भी शामिल किए गए हैं।

संचालन बोर्ड की पहली महत्वपूर्ण बैठक 4 दिसंबर को नई दिल्ली में होगी, जिसमें मेले की व्यापक रूपरेखा, थीम, प्रदर्शनी का स्वरूप, प्रचार योजना और भारतीय उत्पादों को अधिकतम प्रोत्साहन देने की रणनीति पर निर्णायक चर्चा होगी।

भारत के सभी प्रमुख क्षेत्रों के प्रतिनिधि होंगे शामिल
पारवानी ने बताया कि इस बैठक में व्यापारिक संगठनों, किसान समूहों, ट्रांसपोर्ट और लॉजिस्टिक क्षेत्र, ट्रैवल एवं टूरिज्म, एमएसएमई, स्टार्ट-अप समुदाय के नेताओं को भी विशेष रूप से आमंत्रित किया गया है। साथ ही लघु उद्योग भारती, एमएसएमई डेवलपमेंट फोरम, फेडरेशन ऑफ स्मॉल इंडस्ट्रीज एसोसिएशन तथा प्रोफेशनल संगठनों के राष्ट्रीय नेताओं को भी शामिल किया गया है। देश के कई प्रमुख एक्सपो और प्रदर्शनी विशेषज्ञों को भी आमंत्रित किया गया है ताकि “स्वदेशी मेला–2026” वास्तव में भारत के स्वदेशी व्यापार और उद्योग का दर्पण बन सके।

देशभर में बनेंगी राज्य-स्तरीय स्टीयरिंग कमेटियाँ - स्टॉल लगाने वालों के लिए अभियान
अमर पारवानी ने बताया कि मेला प्रगति मैदान में मेगा स्केल पर आयोजित होगा। 4 दिसंबर की बैठक में मेले की विस्तृत योजना और लेआउट को अंतिम रूप दिया जाएगा। विभिन्न क्षेत्रों — उद्योग, व्यापार, स्टार्ट-अप, महिला उद्यमी, कारीगर, फूड प्रोसेसिंग, आयुर्वेद, हैंडलूम, हैंडीक्राफ्ट, टेक्नोलॉजी, ई-कॉमर्स आदि — के लिए अलग-अलग कमेटियाँ बनाई जाएँगी। देशभर से स्वदेशी उत्पादों के स्टॉल आमंत्रित करने के लिए राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू होगा। हर राज्य में स्टीयरिंग कमेटी बनाई जाएगी, जो इस मेगा इवेंट के संदेश को देश के कोने-कोने तक पहुंचाएगी।

अमर पारवानी ने कहा कि “स्वदेशी मेला–2026” न केवल भारतीय उद्यमियों के लिए व्यापार विस्तार का अवसर है, बल्कि यह भारत की स्वदेशी शक्ति को विश्व के समक्ष नए स्वरूप में प्रस्तुत करने का एक अभूतपूर्व मंच है। इस आयोजन में शामिल होने वाले व्यापारी, स्टार्ट-अप, निर्माता और उद्योगपति वैश्विक स्तर पर अपने व्यापार की नई संभावनाएँ खोल सकेंगे।