3 दिसंबर 2025 का पंचांग: मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी आज, जानें राहुकाल और शुभ मुहूर्त का पूरा ब्यौरा
नई दिल्ली। आज 3 दिसंबर, बुधवार का दिन धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टि से महत्वपूर्ण है। हिंदू पंचांग के अनुसार, आज मार्गशीर्ष माह (अग्रहायण) के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि है। बुधवार का दिन विघ्नहर्ता भगवान गणेश को समर्पित है, इसलिए आज के दिन कोई भी नया कार्य शुरू करना शुभ माना जाता है, लेकिन राहुकाल के समय का विशेष ध्यान रखना आवश्यक है।
आइये जानते हैं आज सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक का पूरा पंचांग, शुभ-अशुभ मुहूर्त और ग्रहों की स्थिति।
आज की तिथि और पंचांग (मुख्य बिंदु) :-
तारीख: 3 दिसंबर 2025
दिन: बुधवार (सौम्यवार)
माह: मार्गशीर्ष (अगहन)
पक्ष: शुक्ल पक्ष
तिथि: चतुर्दशी (पूर्णिमा के एक दिन पहले की तिथि)
ऋतु: हेमंत ऋतु
ग्रह-नक्षत्रों की चाल :-
आज चंद्रमा मेष राशि (Aries) से निकलकर वृषभ राशि (Taurus) में प्रवेश करेंगे (संध्या काल के आसपास)। नक्षत्र की बात करें तो आज कृतिका नक्षत्र का प्रभाव रहेगा, जो सूर्य का नक्षत्र माना जाता है। यह नक्षत्र ऊर्जा और तेज का प्रतीक है।
आज का शुभ मुहूर्त (Shubh Muhurat) :
किसी भी मांगलिक कार्य, यात्रा या निवेश के लिए शुभ समय का ज्ञान होना जरूरी है।
ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 05:05 से 05:58 तक (ध्यान और पूजा के लिए सर्वोत्तम)।
अभिजीत मुहूर्त: आज बुधवार होने के कारण अभिजीत मुहूर्त सामान्यतः नहीं माना जाता, लेकिन शुभ कार्यों के लिए दोपहर 11:50 से 12:35 तक का समय 'विजय मुहूर्त' के रूप में ग्राह्य हो सकता है।
अमृत काल: शाम 04:15 से 05:45 तक।
गोधूलि बेला: शाम 05:25 से 05:50 तक (संध्या पूजन के लिए)।
सावधान! आज का राहुकाल :
राहुकाल को हिंदू शास्त्रों में अशुभ माना गया है। इस दौरान कोई भी नया कार्य, पूजा का संकल्प या महत्त्वपूर्ण डील नहीं करनी चाहिए।
राहुकाल (Rahu Kaal): दोपहर 12:10 बजे से 01:28 बजे तक।
यमगंड काल: सुबह 08:15 बजे से 09:35 बजे तक।
(नोट: राहुकाल का समय स्थान के अनुसार कुछ मिनट आगे-पीछे हो सकता है, लेकिन मानक समय यही रहेगा।)
सूर्योदय और सूर्यास्त :-
सूर्योदय (Sunrise): सुबह 06:55 बजे
सूर्यास्त (Sunset): शाम 05:25 बजे
आज का विशेष महत्व :
आज मार्गशीर्ष शुक्ल चतुर्दशी है। मान्यता है कि आज के दिन भगवान शिव और भगवान गणेश की संयुक्त उपासना करने से कुंडली के बुध दोष समाप्त होते हैं। चूंकि कल (4 दिसंबर) मार्गशीर्ष पूर्णिमा है, इसलिए आज की शाम से ही पूर्णिमा के व्रत का प्रभाव शुरू हो जाएगा। जो लोग सत्यनारायण कथा या पूर्णिमा व्रत रखना चाहते हैं, वे आज शाम से ही सात्विक नियमों का पालन करें।
ज्योतिषीय सलाह: आज बुधवार है, इसलिए घर से निकलते समय हरी इलायची खाकर निकलना शुभ रहेगा। गाय को हरा चारा खिलाने से आर्थिक संकट दूर होंगे।

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