धन और सुख-समृद्धि के लिए रसोई किस दिशा में होनी चाहिए? जानें महत्वपूर्ण वास्तु नियम

धन और सुख-समृद्धि के लिए रसोई किस दिशा में होनी चाहिए? जानें महत्वपूर्ण वास्तु नियम

नई दिल्ली। घर की रसोई केवल खाना बनाने की जगह नहीं, बल्कि परिवार की सेहत और आर्थिक स्थिरता से जुड़ा एक अहम हिस्सा मानी जाती है। वास्तु शास्त्र में रसोई के स्थान और उसमें रखी वस्तुओं की दिशा को विशेष महत्व दिया गया है। माना जाता है कि रसोई वास्तु के अनुरूप हो तो घर में सुख-समृद्धि बढ़ती है, जबकि गलत दिशा नकारात्मक ऊर्जा और आर्थिक असंतुलन पैदा कर सकती है।

रसोई किस दिशा में होनी चाहिए?

वास्तु के अनुसार रसोई के लिए सबसे उपयुक्त दिशा आग्नेय कोण (दक्षिण-पूर्व) मानी जाती है। यह दिशा अग्नि तत्व का प्रतीक है, इसलिए भोजन पकाने के लिए इसे शुभ माना गया है। अगर दक्षिण-पूर्व दिशा उपलब्ध नहीं है, तो उत्तर-पश्चिम दिशा में रसोई बनाना दूसरा विकल्प हो सकता है।

रसोईघर के प्रमुख वास्तु नियम : 

1. चूल्हा और खाना पकाने की दिशा

2. चूल्हा हमेशा आग्नेय कोण में रखें।

खाना पकाने वाले व्यक्ति का मुख पूर्व दिशा की ओर होना सर्वोत्तम माना जाता है। इससे स्वास्थ्य और धन दोनों में वृद्धि होने की मान्यता है।

पानी, सिंक और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण :

1. पीने का पानी और वॉशिंग एरिया (नल) ईशान कोण (उत्तर-पूर्व) में रखें।

2. बर्तन धोने के लिए सिंक की उपयुक्त दिशा उत्तर-पश्चिम है।

3. टोस्टर, माइक्रोवेव, ओवन या गीज़र जैसे उपकरण आग्नेय कोण में रखें।

4. मिक्सर, आटा चक्की और जूसर दक्षिण या उसके आसपास रखना शुभ माना जाता है 

5. रेफ्रीजिरेटर की सही दिशा फ्रिज को दक्षिण या पश्चिम दिशा में रखें।

इसे ईशान या नैऋत्य : (South-West) में रखने से बचें, क्योंकि इसे अशुभ माना जाता है।

अनाज, बर्तन और गैस सिलेंडर :

1. मसाले, दाल, अनाज और बर्तनों के डिब्बे दक्षिण या दक्षिण-पश्चिम दिशा में रखना सही माना जाता है।

2. खाली सिलेंडर को नैऋत्य कोण, जबकि उपयोग में आने वाले सिलेंडर को दक्षिण दिशा में रखें।

रंगों को लेकर वास्तु सुझाव :

1. रसोई की दीवारों पर हल्का नारंगी और क्रीम रंग शुभ प्रभाव देता है।

2. काला और नीला रंग नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाने वाला माना जाता है, जिससे आर्थिक हानि की संभावना भी बढ़ सकती है।

3. यदि रसोई में पहले से काले रंग का प्रयोग किया गया है, तो उसके दुष्प्रभाव को कम करने के लिए रसोई में स्वास्तिक बनाना शुभ माना जाता है।