दिसंबर से जनवरी तक दो हजार स्थानों में होगा हिंदू सम्मेलन

दिसंबर से जनवरी तक दो हजार स्थानों में होगा हिंदू सम्मेलन
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का शताब्दी वर्ष
रायपुर (चैनल इंडिया)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का यह शताब्दी वर्ष है। इसके लिए कई कार्यक्रम तय किए गए हैं। सबसे अहम हिंदू सम्मेलनों का आयोजन है। सबसे पहले प्रदेश में आरएसएस ने विजयादशमी से लेकर 15 अक्टूबर तक विजयादशमी पर्व मनाया। इसमें दो हजार स्थानों में पंथ संचलन का कार्यक्रम किया गया। 
नवंबर में घर-घर संपर्क अभियान चलाया गया। अब दिसंबर से लेकर जनवरी तक हिंदू सम्मेलन होंगे। इसमें आरएसएस के 1601 मंडल और शहरी क्षेत्रों की 666 बस्तियां शामिल हैं। इन सम्मेलनों में साधु, संतों के साथ समाज के प्रमुखों का मार्गदर्शन मिलेगा। इसी के साथ सालभर लगातार कार्यक्रम होंगे। आरएसएस ने अपने शताब्दी वर्ष में सालभर के लिए कार्यक्रम तय किए हैं। इसका आगाज विजयादशमी से किया गया। विजयादशमी पर आरएसएस हमेशा से पथ संचलन का आयोजन करता है। इस बार 2 अक्टूबर को विजयादशमी से लेकर 15 अक्टूबर तक प्रदेश में दो हजार स्थानों पर पथ संचलन का कार्यक्रम किया गया। इसके बाद नवंबर में घर-घर संपर्क अभियान चलाया गया। 
प्रदेश के हर गांव के हिंदू परिवारों के घरों तक स्वयंसेवक गए और उनको आरएसएस के सौ सालों में किए गए कार्यों के बारे में जानकारी दी गई। लोगों को संघ का साहित्य भी वितरित किया गया। सबसे अहम सभी घरों में भारत माता की तस्वीर दी गई। कार्यक्रमों की कड़ी में जनवरी में युवाओं के लिए युवा महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। यह आयोजन 221 स्थानों पर होगा। इसमें 152 खंड और 69 नगर शामिल हैं। इसमें युवाओं की समस्याओं को भी जानने के साथ उनका निदान कैसे हो, इस पर भी चर्चा होगी। इसके अलावा मार्च में एक अलग तरह का आयोजन प्रमुख जन गोष्ठी होगी। इसमें अलग-अलग वर्गों के प्रमुख शामिल होंगे।