तेंदूपत्ता तोड़ने गए ग्रामीणों पर भालू ने किया हमला,घायलों का उपचार जारी

तेंदूपत्ता तोड़ने गए ग्रामीणों पर भालू ने किया हमला,घायलों का उपचार जारी

गरियाबंद से संवाददाता विजय साहू की रिपोर्ट 

गरियाबंद । गुरुवार सुबह जिला मुख्यालय से लगे ग्राम घुटकूनवापारा और ग्राम बेहराबुढ़ा में तेंदूपत्ता तोड़ने गए ग्रामीणों पर जंगली भालू ने हमला कर दिया। भालू के हमले से दो लोग घायल हो गए है। घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है। 
जानकारी के मुताबिक पहली घटना ग्राम घुटकूनवापारा की है सुबह करीब 6 बजे तेंदूपत्ता तोड़ने जंगल गए सुदर्शन साहू पिता घासीराम साहू पर अचानक भालू ने पीछे से हमला का दिया। इस दौरान उनकी पत्नी भी साथ थी। चीख पुकार मची तो भालू वहां से भाग निकला। हमले में सुदर्शन के पीछे कमर और पैर में चोट लगी है। वहीं दूसरी घटना वहां से महज तीन किमी दूर ग्राम बेहराबुढ़ा की है। यहां पहाड़ी क्षेत्र में तेंदूपत्ता तोड़ने गए विराज ध्रुव पिता श्याम लाल ध्रुव भालू के हमले में घायल हो गया। विराज के सिर में गंभीर चोट लगी है। उसके साथ गए ग्रामीणों ने भालू के हमले से विराज को बचाया। जिसके बाद सरपंच मनीष ध्रुव ने उसे अस्पताल पहुंचाया। घटना के बाद दोनों ग्रामीणों का जिला अस्पताल में उपचार जारी है। 
इस संबंध सरपंच मनीष ध्रुव ने कहा कि तेंदूपत्ता तोड़ने को लेकर ग्रामीणों में उत्साह है, लेकिन जंगली जानवर के हमले से खतरा भी है। उन्होंने आसपास अंचल के लोगों से अपील करते हुए कहा कि कभी भी अकेले जंगल में ना जाए ग्रुप बनाकर जाए बचाव के लिए लाठी भी साथ रखे। उल्लेखनीय है गर्मी के दिनों में जंगल के अंदर पानी का स्त्रोत सुख जाने के चलते जंगली जानवर आसपास के नदी नालों और बड़े तालाब की ओर रुख करते है। पहाड़ी क्षेत्र से पैरी नदी लगे होने के कारण अकसर जंगली जानवर भालू और तेंदुआ गर्मी के दिनों के पैरी नदी के आसपास नजर आते है। अधिकांशत रात 11, 12 बजे या फिर सुबह 4 से 6 बजे के बीच ये पानी पीने निकलते है। अधिक सक्रिय रहते है।